(1). गुर्दे की पथरी और पेशाब संबंधी रोग में
गुर्दे की पथरी और पेशाब में जलन होने पर 5 मिली0 कलौंजी तेल नाश्ते से पहले लेना चाहिए।
(2). शरीर के दर्द में
कमर व जोड़ों के दर्द में पोलियो, फालिज, गठिया व बदन दर्द में कलौंजी तेल को गर्म करके दर्द वाली जगह पर हल्की मालिश करें।
(3). मर्दाना कमजोरी में …
कलौंजी और जैतून का तेल डालकर बराबर मात्रा में चाटने से कमजोरी दूर हो जाती है।
(4). अच्छी नींद के लिए
कलौंजी का तेल और आधा चम्मच गर्म दूध मिलाकर सोते समय पर लेने से नींद अच्छी आती है।
(5). बालों की समस्या में..
बालों का गिरना औऱ वक्त से पहले ही सफेद होना और दोमुंहे हो कर गिरने पर कलौंजी के तेल की मालिश करें। इससे एक हफ्ते में बाल झड़ने बंद हो जायेंगे।
(6). मोटापा होने पर..
आधा चम्मच कलौंजी का तेल और दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से मोटापा में लाभ होगा।
गुनगुने पानी से दिन में दो बार खाली पेट लेना चाहिये ।
(7). दिल की बीमारी..
रक्त नलिकाओं के ब्लॉकेज में और हार्ट अटैक में आधा चम्मच कलौंजी का तेल और गर्म दूध को मिला कर सुबह शाम लें।
(8). याददाशत के लिए..
आधा चम्मच कलौंजी का तेल औऱ 100 ग्राम पुदीने के उबले हुए पानी को मिलाकर दें।
(9). बवासीर की शिकायत..
खूनी बवासीर में आधा चम्मच कलौंजी तेल को एक कप चाय में मिलाकर सुबह शाम पिलायें।
सावधानी
तली -भुनी चीजें व मिर्च मसाले का कम इस्तेमाल करें।