हमारे लिए विटामिन -सी कितना जरुरी है ?

विटामिन -सी की कमी से होने वाली समस्या और उन का निवारण कैसे करें

कौन कौन सी बीमारिया ही सकती है , विटामिन -सी की कमी से ?

  1. मोतियाबिंद।
  2. घाव में पीप पड़ना।
  3. खाया पिया शरीर को न लगना।
  4. शरीर में दूषित कीटाणुओं की बढ़त।
  5. हड्डियों का कमज़ोर होना।
  6. चिड़चिड़ापन।
  7. लकवा मारना।
  8. श्वेतप्रदर।
  9. भूख न लगना।
  10. सांस लेने में कठिनाई।
  11. चर्म रोग।
  12. अल्सर का फोड़ा होना।
  13. चहरे पर दाग होना।
  14. फेफड़े कमजोर पड़ना इत्यादि।

किन खाद्य पदार्थो में होता है , विटामिन सी ?

आंवला , सेब ,अमरुद , केला , बेर , कटहल , पुदीना , मुनक्का , नींबू , संतरा , टमाटर , चुकंदर , पत्ता गोभी , हरा धनिया और पालक और जो भी खाटी खाने की वास्तु है उसमे विटामिन सी होता है।

विटामिन -सी के फायदे :- जिसके शरीर में लाल रक्त कण की कमी है उसे विटामिन -सी लाभदायक है। अगर इसकी कमी हो जाये तो शरीर में खून की कमी होती है।

लकवा और पीलिये जैसे मरीज को विटामिन को विटामिन सी की खुराक देना जरूरी है।

विज्ञानं कहता है की हमारे शरीर के लिए 25 से 30 मिलीग्राम विटामिन सी पर्याप्त होता है।

अदरक से करें बीमारियों का ईलाज

अदरक के बारीक़ टुकड़े को चूसने से हिचकी जल्द बंद हो जाती है। देशी गाय का धी या पानी में सेंधानमक पीसकर मिलाकर सुघने से हिचकी बंद हो जाती है।

अदरक के रस में नींबू का रस मिलाकर उस पर कालीमिर्च का पिसा हुआ चूर्ण डालकर चाटने से पेट के दर्द में आराम मिलता है।

महीन पिसा हुआ सेंधानमक अदरक के रस में मिलाकर दर्द वाले दन्त पर लगाएं आराम मिलेगा

भूख की कमी :- अदरक के छोटे -छोटे टुकड़ो को नींबू के रस में भिगोकर इसमें सेंधानमक मिला कर ले , इसे भोजन करने से पहले नियमित रूप से खाएं।

सर्दी -जुखाम :- पानी में गुड़ अदरक नींबू का रस अजवायन ,हल्दी को बराबर की मात्रा में डालकर उबाले और फिर इसे छानकर पिलाए।

गला खराब होना :- अदरक लौग ,हींग और नमक को मिलाकर पीस लें और इसकी छोटी छोटी गोलियां तैयार करे। दिन में 3 – 4 बार एक एक गोली चूसें।

पेट और सीने की जलन :- एक गिलास गन्ने के रस में दो चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच पुदीने का रस मिलाकर पिये।

पसली का दर्द :- 30 ग्राम सोंठ की आधा किलो पानी या देशी गाय का दूध में उबालकर और छानकर 4 बार पिने से पसली का दर्द ख़त्म हो जाता है।