विटामिन -सी की कमी से होने वाली समस्या और उन का निवारण कैसे करें कौन कौन सी बीमारिया ही सकती है , विटामिन -सी की कमी से ? किन खाद्य पदार्थो में होता है , विटामिन सी ? आंवला , सेब ,अमरुद , केला , बेर...
मोरिंगा जिसे सहजन भी कहते हैं । मोरिंगा दुनियां का सबसे ताकतवर व शक्तिवर्धक आयुर्वेदिक औषधि है। सहजन 300 से अधिक रोगों के लिए अत्यंत कारगर औषधि है । इसकी जड़,तना, फूल,फल,पत्ती व गोन्द हर चीज़ बहुत ही...
मुनक्का से तो हम सब परिचित ही हैं।इसकी प्रकृति गर्म होती है। इसका प्रयोग करने से प्यास शांत हो जाती है व यह गर्मी और पित्त को भी ठीक करता है।यह पेट और फेफड़ों के रोगों में भी बहुत लाभकारी है। मुनक्कों...
सुबह-सुबह बिना कुल्ला किए पका टमाटर खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद होता है। 1. बच्चों को सूखा रोग होने पर आधा गिलास टमाटर के रस का सेवन कराने से बच्चे का सूखा रोग ठीक हो जाता है। 2-. बच्चों के...
पका हुआ पपीता वायु व पित्त दोषनाशक, वीर्यवर्धक, हृदय के लिए हितकारी,पाचन शक्ति को सुदृढ़ करने तथा यकृत व तिल्ली वृद्धि, मंदाग्नि, आँतो के कृमि एवं उच्च रक्तचाप आदि रोगों में लाभकारी है| छोटे बच्चों और...
हींग का उपयोग भारत में कई सौ सालों से मसाले के रूप में किया जा रहा है।दाल हो या सब्जी, साधारण खाने में हींग का छौंक लगाने से स्वाद कई गुना बढ़ जाता है।हींग केवल रसोई में काम आने वाला मसाला ही नहीं है...
(1). गुर्दे की पथरी और पेशाब संबंधी रोग मेंगुर्दे की पथरी और पेशाब में जलन होने पर 5 मिली0 कलौंजी तेल नाश्ते से पहले लेना चाहिए। (2). शरीर के दर्द मेंकमर व जोड़ों के दर्द में पोलियो, फालिज, गठिया व बदन...
नाभि का जीवन में शुरू से लेकर अंत तक कुदरती रिश्तागर्भ की उत्पत्ति नाभि के पीछे होती है और उसको माता के साथ जुड़ी हुई नाड़ी से पोषण मिलता है । इसलिए मृत्यु के तीन घंटे तक नाभि गर्म रहती है। गर्भधारण के...
पानी पीने के 100 नियम है, कुछ इस प्रकार हैं शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस है तो आपके शरीर के लिए इतना ही तापमान का पानी उचित है। कभी भी ठंडा पानी ,फ्रिज का पानी, बर्फ का पानी ना पीयें ,ताजा पानी...